नेटल टी विशेषज्ञ सुनील दत्त कोठारी प्राकृतिक कृषि एक्सपोजर विजिट में सम्मिलित हुए
महाराष्ट्र के सेवाग्राम वर्धा में प्राकृतिक कृषि एक्सपोजर विजिट सम्पन्न।
2016 से उत्तराखंड की ग्रामीण भूमि पर अपने कार्यों का संचालन कर रहे हैं।
मुम्बई। राष्ट्पिता महात्मा गांधी की कर्मभूमि सेवाग्राम वर्धा महाराष्ट्र में बजाज फाउंडेशन एवं विश्व युवा केंद्र दिल्ली के सौजन्य से 14 से 19 अक्टूबर 2024 तक प्राकृतिक कृषि पर एक्सपोजर विजिट का आयोजन किया गया। अग्रणी युवा संगठन कोठारी पर्वतीय विकास समिति के फाउंडर एवं सचिव सुनील दत्त कोठारी महाराष्ट्र शामिल हुए।
इस मौके पर उपस्थित फाउंडेशन के संस्थापक प्रेम जी ने बताया कि प्राकृतिक खेती किसानों के लिए वरदान साबित हो रही है। हरित क्रांति के बाद देश में कीटनाशक रसायन के अत्यधिक प्रयोग से जमीन की मिट्टी बंजर होने के कगार पर है। मिट्टी में नाइट्रेट की मात्रा बढ़ने से लोगों को कैंसर, चर्मरोग, दमा जैसी भयानक बीमारियों हो रही हैं। उन्होंने कहा कि कृषि प्राकृतिक एवं पारंपरिक तरीके से धरती की उर्वरा शक्ति बढ़ने के साथ फल, दूध आदि भी पौष्टिक होता है।
माइक्रो प्लास्टिक हमारे खून तक पहुंच गया है, इसलिए उन्होंने लोगों को प्लास्टिक का उपयोग बंद करने की सलाह दिया है। बाजार में समान खरीदने के लिए घर से कपड़ा या जूट का थैला लेकर ही निकले। वही डिजाइन फॉर चेंज के अंतर्गत सुनील कोठारी द्वारा उत्तराखंड की पारंपरिक विद्या एवं स्थानीय लोगों की भागीदारी के द्वारा कम लोगों की उपस्थिति होने पर भी, स्थानीय उत्तराखंडवासियों का जीवन बदला जा सकता है, इसमें स्थानीय स्कूलों के बच्चों की भूमिका अहम रहेगी।
सेवाग्राम में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी 1936 से लेकर 1946 तक रहे, और यहीं से आजादी का बिगुल बजाया गया। उत्तराखंड की भूमि पर सुनील कोठारी के कार्य को देखते हुए, उन्हें इस कार्यक्रम में आमंत्रित किया गया। कोठारी वंश परंपरागत ज्ञान एवं वैद्य विद्या से स्थानीय जड़ी बूटियां के द्वारा रोग निदान की प्रस्तुति तथा ज्योतिष कर्मकांड के ज्ञाता भी हैं। वर्ष 2016 से लगातार उत्तराखंड की ग्रामीण भूमि पर अपने कार्यों का संचालन कर रहे हैं। सुनील कोठारी ने कहा कि महात्मा गांधी के ग्राम स्वराज के सपने को साकार करने के लिए, कोठारी पर्वतीय विकास समिति प्रतिबद्धित है।