उत्तराखंड

सिंगटाली मोटर पुल नहीं तो वोट नहीं। ऋषिकेश बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर चक्काजाम। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने दिया 15 दिन के भीतर ठोस कार्यवाही का आश्वासन

द्वारीखाल। मंगलवार 23 जनवरी को सिंगटाली मोटरपुल संघर्ष समिति के आह्वान पर ग्रामीणों द्वारा ऋषिकेश बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर गढ़वाल कुमाऊं को जोड़ने वाले बहुप्रतीक्षित सिंगटाली मोटर पुल की मांग को लेकर डेढ़ दो घंटे का चक्का जाम किया गया। चक्काजाम के कारण हाइवे पर लंबा जाम लग गया।

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट इस जाम में फंस गए, उन्होंने धरना स्थल पर आकर समिति के सदस्यों से बातचीत की। 15 दिन के अंदर ठोस कार्रवाई करने का आश्वासन दिया,इसके बाद जाम खुल गया।

सुबह 11 बजे स्थानीय लोगों ने  सिंगटली में इकट्ठे होकर प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और धरने पर बैठ गए। समिति के अध्यक्ष उदय सिंह नेगी ने कहा कि इस पुल के प्रति सरकार गंभीर नहीं है, 2006 में स्वीकृत सिंगटाली पुल 18 साल बाद भी अस्तित्व में नहीं आ सका। उन्होंने कहा कि यदि पुल नहीं बना तो ग्रामीणों द्वारा आगामी लोकसभा चुनाव का बहिष्कार किया जाएगा।

प्रकाश चंद्र थपलियाल ने कहा कि 2020 में सबेरा फाउंडेशन आड़ में भाजपा सरकार ने निर्माणाधीन मोटरपुल का काम रुकवा दिया था।

सेवानिवृत्त अध्यापक पृथ्वीधर काला ने कहा कि इस पुल के बनने से एक हजार गांव लाभान्वित होंगे, गंगाघाटी क्षेत्र में लोगों को रोजगार के अनेक अवसर मिलेंगे।

हिमांशु विजल्वाण ने कहा कि जब तक पुल नही बनेगा तब तक स्थानीय जनता चुप नहीं बैठेगी यह आन्दोलन चलता रहेगा।

समिति ने नरेंद्रनगर तहसीलदार के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा, और जाम खोल दिया। इस अवसर पर विक्रम सिंह नेगी, शांति प्रसाद भट्ट, सरदार सिंह पुंडीर, वेदप्रकाश मैठाणी, सुरेंद्र सिंह पांगती, धनवीर राणा आदि सैकड़ों लोग उपस्थित रहे।

 

 

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