दीपावली क्यों मनाई जाती है?
दीपावली सनातन धर्म के अनुयायियों का एक प्रमुख त्यौहार है। इस दिन लोग अपने घर में रातभर को दीपक जलाकर रखते हैं। अनेक पकवान बनाए जाते हैं, अपने सगे संबंधियों एवं मित्रों को उपहार दिए जाते हैं। कई लोगों के मन में एक प्रश्न आता कि दीपावली क्यों मनाई जाती है?
पौराणिक कथाओं के अनुसार कार्तिक मास अमावस्या के दिन भगवान विष्णु ने नृसिंह अवतार लेकर हिरण्य कशिपु का बध किया था। अमावस्या की रात को धन समृद्धि की देवी लक्ष्मी जी समुद्र मंथन से प्रकट हुई थी। इसीलिए लक्ष्मी जी की पूजा रात को की जाती है।
दीपावली के दिन गणेश जी एवं कुबेर पूजन का भी विशेष महत्व है। रामायण के अनुसार भगवान श्रीराम रावण आदि अनेक राक्षसों का वध करके एवं लंका पर विजय प्राप्त करके चौदह वर्ष का वनवास पूरा करने के बाद अपने छोटे भाई लक्ष्मण एवं अपनी पत्नी सीता के साथ अयोध्या वापस लौटे तो उनके आने की खुशी में लोगों ने दीपक जलाकर खुशी व्यक्त की।
दीपावली से एक दिन पहले चतुर्दशी को भगवान श्रीकृष्ण ने नरकासुर का वध करके ब्रज वासियों को नरकासुर के अत्याचारों से मुक्ति दिलाई थी, इसी खुशी में ब्रज वासियों ने अगले दिन अमावस्या के दिन दीप जलाकर खुशी मनाई।
इस प्रकार से अनेक धार्मिक कारणों एवं पौराणिक कथाओं के अनुसार दीपावली का पर्व मनाया जाता है। लेकिन वर्तमान समय में इसमें काफी कुरीतियां आ गई हैं। पटाखे फोड़ना जिससे वातावरण दूषित होता है। मांस मदिरा का सेवन, जुआ खेलना जैसी कुरीतियां आ गई हैं। जिससे इस त्यौहार का धार्मिक महत्व कम हो जाता है।