मूल निवास भू कानून समन्वय संघर्ष समिति की चेतावनी के बाद दबाव में आया क्रिकेट एसोसिएशन। फाइनल में होगा उत्तराखंडी कलाकारों का कार्यक्रम
देहरादून। उत्तराखण्ड प्रीमियर लीग के उद्घाटन में उत्तराखंड के लोककलाकारों के न बुलाने के कारण मिल निवास भू कानून समन्वय संघर्ष समिति बहुत नाराज थी। मूल निवास भू कानून समन्वय सँघर्ष समिति ने उत्तराखंड क्रिकेट एसोसिएशन के सामने अपनी नाराजगी प्रकट की और चेतावनी दी कि यदि फाइनल में उत्तराखंडी लोककलाक्रों को नहीं बुलाया गया तो क्रिकेट स्टेडियम में प्रदर्शन किया जाएगा। इसके बाद क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखण्ड हरकत में आ गया है, और फाइनल में उत्तराखंड के लोककलाकारों को आमंत्रित कर दिया है।
22 सितम्बर को राजीव गांधी अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम में फाइनल मैच से पहले गढ़रत्न नरेंद्र सिंह नेगी और पाण्डवाज़ ग्रुप का कार्य्रकम आयोजित होगा । मूल निवास भू कानून समन्वय सँघर्ष समिति के सह संयोजक लूशुन टोडरिया ने कहा है कि मूल निवास, भू-कानून समन्वय संघर्ष समिति का संघर्ष रंग लाया है। दो दिन पहले संघर्ष समिति के संयोजक मोहित डिमरी के नेतृत्व में क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड के कार्यालय में गए थे। हमने स्पष्ट कहा था कि लोक कलाकारों को समापन कार्यक्रम में निमंत्रण नहीं दिया गया तो फाइनल मुकाबले के दौरान स्टेडियम में प्रदर्शन करेंगे। हमें क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड द्वारा सूचित किया गया है कि उत्तराखंड प्रीमियर लीग के समापन समारोह में उत्तराखंड के लोक कलाकारों पाण्डवाज़ ग्रुप और उत्तराखंड की संस्कृति के ध्वजवाहक श्री नरेंद्र सिंह नेगी जी को सांस्कृतिक कार्यक्रम हेतु आमंत्रित कर दिया गया है ।
उन्होंने यह भी कहा कि सँघर्ष समिति क्रिकेट स्टेडियम में प्रस्तावित विरोध प्रदर्शन के कार्यक्रम को स्थगित करती है। हम उत्तराखंड के लोक, संस्कृति, जल, जंगल,जमीन को बचाने के लिए प्रतिबद्ध है । आगे भी ऐसे आयोजनों का सँघर्ष समिति विश्लेषण करेगी और अगर लोक कलाकारों की उपेक्षा होगी तो उसको किसी भी हाल में बर्दाश्त नही किया जाएगा ।
टोडरिया ने पहाड़ी स्वाभिमान सेना संगठन और देवभूमि युवा संगठन का भी इस मुद्दे पर समर्थन के लिए आभार व्यक्त किया ।