जन्मशताब्दी – पर्वतीय गांधी स्वर्गीय इंद्रमणि बडोनी
पर्वतीय गांधी स्वर्गीय इंद्रमणि बडोनी का जन्म 24 दिसंबर सन 1924 को तत्कालीन टिहरी रियासत के अखोड़ी गांव में हुआ था। स्वर्गीय इंद्रमणि बडोनी ने 1949 में डीएवी पीजी कॉलेज से स्नातक किया। उन्होंने ग्राम प्रधान से अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत की, इसके वे जखोली ब्लॉक के ब्लॉक प्रमुख रहे।
सन 1967 में पहली बार देवप्रयाग विधान सभा क्षेत्र से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में विधायक के रूप में उत्तर प्रदेश विधानसभा पहुंचे।
बडोनी जी पृथक उत्तराखंड राज्य निर्माण के लिए प्रतिबद्ध थे। सन 1979 में उन्होंने अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर उत्तराखंड क्रांति दल की स्थापना की।
1994 में उत्तराखंड राज्य की मांग को लेकर बडोनी जी ने आमरण अनशन शुरू किया, सरकार द्वारा बडोनी को मुजफ्फर नगर जेल में डाल दिया गया। जिसके फलस्वरूप छात्र शक्ति एवं मातृशक्ति आंदोलन सम्मिलित हो गए। राज्य आंदोलन की अलख पर्वतीय क्षेत्र के हर गांव तक पहुंच गई।
उत्तराखंड राज्य आंदोलन में कई बार लाठी चार्ज हुआ, पुलिस की गोली से कई लोगों की जान गई। लेकिन बडोनी जी हमेशा अहिंसा के समर्थक रहे। अहिंसा के प्रति उनके अटूट विश्वास के कारण ही “द वाशिंगटन पोस्ट” ने उन्हें “माउंटेन गांधी” कहा।
18 अगस्त 1999 को विट्ठल आश्रम ऋषिकेश में उनका देहांत हुआ। उनकी कर्मनिष्ठता और ईमानदारी के कारण ही वे उत्तराखंड के सर्वमान्य व्यक्ति हैं।