यूकेडी ने कोटद्वार में पांच दिन का चेतावनी धरना शुरू किया
कोटद्वार बेस अस्पताल में डॉक्टरों के 39 पद रिक्त है, बेस अस्पताल रेफरल सेंटर बनकर रह गया – डाक्टर शक्तिशैल कपरवाण
कोटद्वार। उत्तराखंड क्रांति दल ने अपनी पूर्व घोषणा के अनुसार कल 11 दिसंबर 2024 से देवी रोड देवी मंदिर चौराहा में पांच दिवसीय चेतावनी धरना शुरू किया ।
धरना स्थल पर हुई बैठक में उत्तराखंड क्रांति दल ने कण्व नगरी कोटद्वार के समग्र विकास का संकल्प लिया। धरना स्थल में स्वास्थ्य, चिकित्सा ,रोजगार ,बिजली, पानी ,सड़क, स्वच्छता, कूड़ा घर निर्माण, जंगली जानवरों से सुरक्षा ,सिंचाई योजनाओं की मरम्मत,मालिनी नदी पर पुल का निर्माण, मोटर नगर बस अड्डा निर्माण आदि समस्याओं के समाधान की सरकार से मांग की।
आन्दोलन का नेतृत्व करते हुए यूकेडी के संरक्षक डॉ शक्ति शैल कपरवाण ने सरकारी गैर, सरकारी संस्थाओं व उद्योगों में बेरोजगारों उत्तराखंड के मूल निवासियों को प्राथमिकता देने की मांग की। उन्होंने कहा कि रोजगार के अभाव में युवाओं की शादी नहीं हो पा रही है, जिससे वे नशे का सहारा ले रहे हैं।
डॉ शक्तिशैल कपरवाण ने सरकार पर आरोप लगाया कि सरकार में मंत्रियों व स्थानीय विधायक को जनता के स्वास्थ्य की चिंता नहीं है, इसलिए बेश अस्पताल कोटद्वार में चिकित्सकों के 58 पद स्वीकृत हैं, जिनमें से 39 पद रिक्त है और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों 24 में से 20 पद रिक्त हैं, अस्पताल में मशीनों व सुरक्षा कर्मियों का अभाव है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार ने बेस अस्पताल को रेफ़रल अस्पताल बना दिया है ।
डॉ कपरवाण ने सरकार से मांग की कि बेस अस्पताल और पशु अस्पतालों में दवाइयां खरीदने पर प्रतिबंध लगाएं। दवाइयों की व्यवस्था अस्पताल के द्वारा होनी चाहिए।
कार्यक्रम संयोजक राजाराम अंथवाल ने मोटर नगर निर्माण, सड़कों व सिंचाई योजनाओं की मरम्मत पर निर्माण और पूरा घर को शहर से बाहर बनाने की मांग की मंच संयोजक केंद्रीय महामंत्री ने बिजली व पानी दरों को घटाने, हाउस टैक्स लगाने की योजना को बंद करने की मांग की। केंद्रीय उपाध्यक्ष जगदीपक सिंह रावत ने नगर निगम के अंदर स्ट्रीट लाइट लगाने और खराब लाइट को ठीक करने की मांग सरकार से की। धरना स्थल में विचार करने वालों में पितृशरण जोशी,प्रवेश नवानी, सत्यपाल नेगी, हरीश द्विवेदी, उमेद सिंह भंडारी, पुष्कर सिंह रावत , राजेंद्र पंत,जनार्दन ध्यानी, गुलाब सिंह रावत,ओमप्रकाश घनसेला ,प्रेम सिंह, कमलेश कुकरेती आदि थे।
चेतावनी धरना आंदोलन को समर्थन देने वालों में उत्तराखंड नव निर्माण मिशन ,पूर्व सैनिक लीग गढ़वाल ,पूर्व सैनिक संघर्ष समिति आदि धरना स्थल पर आए ।