उत्तराखंडद्वारीखाल

भ्रामक खबर न फैलाएं पत्रकार – सामाजिक कार्यकर्ता पूर्व फौजी वीरेन्द्र सिंह रावत

द्वारीखाल। कल बिचला ढांगू क्षेत्र में ग्राम पंचायत गूम के कौंदा गांव के निकट सड़क दुर्घटना में एक ही परिवार के तीन लोगों की आकस्मिक मृत्यु हो गई। इस क्षेत्र में यह बहुत ही दर्दनाक घटना हादसा हुआ है, जिससे समस्त क्षेत्र की जनता स्तब्ध है, इस दर्दनाक हादसे में ग्राम पंचायत हथनूड के अन्तर्गत ग्राम कुठार  के विनोद सिंह नेगी अपने परिवार के साथ दिल्ली से अपने गाँव कुठार सामूहिक भगवती पूजन में आ रहें थे। अपने गांव पहुंचने से पहले ही उनकी कार दुर्घटना ग्रस्त हो गई। ग्राम मैठाणा निवासी सामाजिक कार्यकर्ता पूर्व फौजी वीरेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि इस क्षेत्र और पीड़ित परिवार इस घटना बहुत दुखी हैं, लेकिन कुछ न्यूज चैनल इस दुर्घटना का कारण सड़क पर जमी घास को बता रहे हैं, जबकि सड़क पर किसी प्रकार की कोई घास नहीं उगी हुई है।

उन्होंने विस्तार से पूरी घटना की जानकारी देते हुए कहा कि सिलोगी से आगे गूम मोटर मार्ग पर लगभग सवा ग्यारह बजे गूम और कौंदा के बीच में पाणीगदनतोक मोड़ पर उनकी कार अनियंत्रित होकर अचानक गहरी खाई में गिर गई, जिससे कार में सवार तीनों लोगों विनोद सिंह नेगी पुत्र स्वर्गीय श्री सोहन सिंह उम्र 59 वर्ष, चम्पा देवी पत्नी विनोद सिंह नेगी उम्र लगभग 54 वर्ष एवं गौरव सिंह नेगी पुत्र विनोद सिंह नेगी उम्र 26 वर्ष तीनों लोगों की घटना स्थल पर ही मौत हो गई।

इस दुर्घटना को सबसे पहले ग्राम कौन्दा के 72 वर्षीय भगवान सिंह बिष्ट ने देखा, वे उस समय जंगल में गाय चरा रहे थे। सड़क से गाड़ी गिरने का आभास होने पर उन्होंने तुरंत ग्रामप्रधान कुलदीप सिंह विष्ट को इस घटना की सूचना दी। इसके साथ ही अपने साथ गाँव के दो चार लोगों को साथ लेकर घटना स्थल के लिए रवाना हो गये।

सूचना मिलते ही कुलदीप सिंह बिष्ट ग्राम प्रधान गूम घटना स्थल पर पहुंचे और उन्होंने समबन्धित विभागों और आस पास के लोगों को सूचना दी। सूचना मिलते ही समस्त में अफरातफरी मच गई और लोग दौड़कर घटना स्थल पर आ गए।

इसके साथ ही संबंधित विभागों के अधिकारी/कर्मचारी  राजस्व विभाग, सतपुली थाना, गूमखाल थाना के एस.ओ. अपनी टीम तथा एस डी आर एफ की टीम, तहसीलदार पौड़ी  घटना स्थल पर पहुंच गए।

सर्वप्रथम शवों को खाई से निकालकर एंबुलेंस में रखकर तीनों शवों को पोस्ट मार्टम के लिए एम्स ऋषिकेश भेजा। शवों को निकालने से लेकर पोस्टमार्टम तक  गूम, कोंदा, हथनूण, क्यार, कुठार, पोगठा, मैठाणा गाँव के युवा और बुजुर्गों ने इसमें काफी मेहनत की।

सामाजिक कार्यकर्ता पूर्व फौजी वीरेंद्र सिंह रावत ने कहा कि कुछ लोग भ्रामक खबर फैला रहे हैं, जिसमें दुर्घटना का कारण सड़क पर घास जमी हुई बताया जा रहा है। जबकि कुछ महीने पहले लोक निर्माण विभाग लैन्सडाउन ने गूम कौन्दा रोड की मरम्मत का कार्य किया है और अभी कुछ समय पहले कौन्दा से लेकर पोगठा तक पी.एम.जी.एस.वाई. कोटद्वार ने सौन्दर्यीकरण एवं मरम्मत का कार्य किया है। उन्होंने कहा कि पत्रकारों को घटना स्थल पर जाकर सही तथ्यों के साथ खबर छापनी चाहिए।

वीरेंद्र सिंह रावत ने कहा कि यदि सड़क किनारे सुरक्षा दीवार और वेरिकेटिंग होती तो इस दुर्घटना से बचाव हो सकता था। आगे से इस प्रकार की अप्रिय घटना न हो इसके लिए वीरेंद्र सिंह रावत ग्राम मैठाणा और कुलदीप सिंह बिष्ट ग्राम प्रधान गूम ने तहसीलदार पौड़ी से सड़क किनारे सुरक्षा दीवार और वेरिकेटिग लगाने की मांग की है।

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